हाइपोथाइराइड एक चयापचय विकार (Metabolic Disorder) है। थाइराइड ग्रंथि के कार्य के सभी पहलुओ, जैसे आयोडीन को थाइराइड हार्मोन में बदलने के लिए ग्रंथि में आयोडीन के संग्रह कार्य को उत्तेजित करने तथा हार्मोन के निर्माण और रक्त परिसंचरण में उसके प्रवाह को टीएसएच (TSH) हार्मोन प्रभावित करता है। मूलतः यह बीमारी खान पान और जीवन शैली से संबंधित है।
क्या है हाइपोथाइराइड – About Hypothyroid in Hindi
डॉक्टरों के अनुसार गले में पाए जाने वाली ग्रंथि थायरॉइड से निकलने वाला हार्माेन थायरॉक्सिन हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है। लेकिन अगर किसी वजह से इस हार्मोन का उत्पादन कम या ज्यादा होने लग जाए तो थायरॉइड की समस्या हो जाती है। थायरॉक्सिन का उत्पादन कम होने पर व्यक्ति को हाइपोथायरॉइड (Hypothyroid) और उत्पादन अधिक होने पर हाइपरथायरॉइड (Hyperthyroid) की समस्या हो जाती है।
हाइपोथाइराइड के लक्षण – Hypothyroid Symptoms in Hindi
- इसकी अधिकता होने पर अवटु अतिक्रियता हो जाती है जिसमें नेत्रोत्सेधी गलगण्ड हो जाता है।
- कमजोरी महसूस होना (Weakness in Body)
- ठण्ड का सहन नही होना (Intolerance Cold)
- त्वचा का शुष्क होना (Dry Skin)
- पेशियों और जोड़ो में दर्द होना, (Pain in the Joints and Muscles)
- बालों का झड़ना (Baldness)
- बुद्धि की कमी हो जाती है
- रक्ताल्पता (Anemia) होना
- वजन का बढ़ना
- सुनाई कम देता है
- स्त्रियों में मासिक रक्तस्त्राव (Extra Discharge During Menses) का अधिक होना
हाइपोथाइराइड के कारण – Hypothyroid Causes in Hindi
हाइपोथाइराइड की मुख्य वजह हमारी जीवनशैली मानी जाती है। आसीन जीवन शैली और जंक फूड के अधिक इस्तेमाल को अधिकांश डॉक्टर इसकी वजह मानते हैं।
हाइपोथाइराइड का इलाज – Hypothyroid Treatment in Hindi
हाइपो थायरॉयड से बचने के लिए सबसे जरूरी है स्वस्थ्य और क्रियाशील जीवनशैली अपनाना। इसके साथ ही निम्न बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है:
- व्यायाम (Exercise): प्रतिदिन एक घंटा हल्का या तेज किसी भी प्रकार का व्यायाम जरूर करें।
- हाइपोथयरॉइड के कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए और डॉक्टर से विमर्श करके हाइपोथयरॉइड की दवाई शुरू करनी चहिये।