अधिकतर महिलाएं छोटे या बड़े स्तनों की समस्या को लेकर परेशान रहती हैं। सुदृढ़ और पुष्ट स्तन (Breast) स्त्री की सुन्दरता में चार चाँद लगाते हैं।
छोटे स्तनों की समस्या – Small Breast Problem in Hindi
स्तन छोटे रह जाने का सबसे प्रमुख कारण पोषण संबंधी गड़बड़ी होता है। जिस समय लड़की बचपन से युवावस्था की तरफ कदम बढ़ाती है वह समय शारीरिक विकास की दृष्टि से बहुत ही महत्त्वपूर्ण होता है। इस समय शरीर को भरपूर पोषण की आवश्यकता होती है। अगर इस समय वह अपने खान पान पर ध्यान नहीं देती है और उसके शरीर को पूर्ण पोषण नहीं मिलता है तो उसका शारीरिक विकास अधूरा रह जाता है। इसी अपूर्णता या अधूरे पोषण के कारण कई युवतियों का वक्ष (Breast) अपना स्वाभाविक आकार नहीं ले पाता है।
होर्मोन की कमी के कारण छोटे स्तन – Small Breast Due to Harmonal Issues in Hindi
दूसरा सबसे प्रमुख कारण होर्मोनों की कमी और असंतुलन होता है। होर्मोनों की कमी भी पोषण में कमी के कारण ही होती है। होर्मोनों की कमी और असंतुलन का एक प्रमुख कारण मानसिक विषाद भी होता है। युवावस्था की दहलीज़ पर कदम रखते वक्त अगर लड़की के घर का पारिवारिक माहौल ठीक नहीं होता है और उसे अपने संबंधी और परिजनों से डांट-फटकार और तिरस्कार मिलता है तो वह मानसिक विषाद की अवस्था में चली जाती है और यह हॉर्मोन असंतुलन का सबसे प्रमुख कारण है। आनुवंशिक कारणों से भी स्त्री के स्तनों का आकार छोटा (Issue of Small Breast) होता है किन्तु व्यवहार में ऐसा देखा जाता है कि बहुत ही कम स्त्रियों के अविकसित वक्ष का मूल कारण आनुवंशिक होता है।
छोटे स्तन के कारण – Small Breast Causes in Hindi
महिलाओं में छोटे स्तन की मुख्य समस्या आहार की कमी को माना जाता है। इनके अलावा कुछ कारण निम्न हैं:
- संतुलित पौष्टिक आहार न लेना
- व्यायाम न करना
- हार्मोनल समस्या
- ग्रोथ इयर यानि युवावस्था में तनाव लेना
छोटे स्तन का इलाज – Small Breast Treatment in Hindi
छोटे स्तनों की समस्या को दूर करने के कई उपाय होते हैं लेकिन सबसे अहम है युवास्था की दहलीज पर सही खान-पान और तनाव ना लेना। स्मॉल ब्रेस्ट की समस्या से निजात पाने के कुछ उपयोगी उपाय निम्न हैं:
1. खान पान – Diet to increase Breast Size
स्तन छोटे रह जाने पर उन्हें बड़ा करने के लिए विटामिन युक्त संतुलित पौष्टिक आहार लें।
2. छोटे स्तनों के लिए व्यायाम – Excercise for Small Breats
तैरना, रस्सी कूटना, रॉड पकड़कर झूलना स्तन के संतुलित विकास के लिए व्यायाम है।
3. पानी से बढ़ाएं स्तन – Use of Water to Increase Breats
स्तनों पर ठंडे पानी की बौछारें दें। इससे स्तनों (Stan) की कोशिकाओं में रक्त संचार अच्छी तरह होगा और स्तनों का विकास सही ढंग से होगा। सथा ही नहाते समय स्तनों को गुनगुने पानी से धोएं। इसके तुरंत बाद ठंडे पानी से धोएं। ऐसा पांच-छह बार करें। तापमान के जल्दी से बदलने से स्तनों की कोशिकाओं में तेजी से रक्त संचार होता है और स्तन विकसित होते हैं।
4. छोटे स्तनों के लिए मसाज – Massage for Small Breast
रात को सोते समय बादाम या जैतून के तेल की स्तनों पर मालिश करें। बादाम या जैतून के तेल में पाए जाने वाले विटामिन ए, ई, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और एमिनो एसिड स्तनों को पुष्ट बनाते हैं, उनका विकास करते हैं। साथ ही मालिश से स्तनों में सही प्रकार से रक्त का संचालन होता है।
अंदर धंसे हुए निप्पल के लिए घरेलू उपाय – Remedies for Sore Nipples in Hindi
किसी-किसी महिला के स्तनों के निप्पल अंदर की तरफ रह जाते हैं। ऐसी स्थिति में प्लास्टिक की एक बोतल में गरम पानी भरें। फिर इसे खाली कर दें। बोतल में भाप रह जाएगी। अब बोतल के मुंह में निप्पल को डालकर, बोतल को इस तरह से दबाकर रखें, जिससे बाहर की हवा अंदर न जा सके। जैसे-जैसे बोतल की भाप ठंडी होती जाएगी, वैसे-वैसे निप्पल बाहर की ओर खिंचता जाएगा। बोतल ठंडी होने पर हटा दें। पांच-छह बार ऐसा करें। यह उपाय नियमित करने से अंदर की ओर धंसे निप्पल बाहर निकल आते हैं। हालांकि ऐसी किसी भी प्रयोग से पहले डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।